उम्र तो एक नाम है

उम्र तो एक नाम है , दिन, महीने, सालों का |
फ़िक्र है जो खा जाती है , लाल रंग गालों का ||
बहुत कुछ बदलते देखा, एक आदत नहीं बदली.
दिल टूटा , दिल जुड़ा, रहा एक साथ प्यालो का ||
यूँ तो बहुत से रंगो की शिरकत है मेरी तस्वीर में
बहुत उम्दा है रंग मगर , मेरे कदमो के छालों का ||

हम तो है खाकसार, तेरी मोहब्बत से मर जायेंगे |
क्या काम मोहबत-ए-जंग में तलवारो का, भालों का ||
बहुत से नाम निकलेंगे, बहुत हो जायेंगे रुस्वा,
चलो छोडो के मत पूछो, मुझसे उत्तर सवालों का |
तुम होते तो येः होता, तुम होते तो वो होता,
मैं एक नक्श बुनता हूँ हवाओं में खयालो का |

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